Spirituality क्या है , इसके फायदे क्या क्या है ? , Fact Vatika

Spirituality Kya Hai , अध्यात्म क्या है ? , आध्यात्म से आपके जीवन में बदलाव कैसे आयेगा Fact Vatika 

आज के समय में सब लोग अपने जीवन में इतने व्यस्त हैं कि वह आध्यात्मिक से बहुत ही ज्यादा दूर हो चुके हैं लेकिन आप में से ही ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो आध्यात्मिक होना चाहते हैं , अध्यात्म से जुड़े रहना चाहते हैं तो अगर आपका मन भी अध्यात्म से जुड़े रहने का होता है तो आज का यह आर्टिकल आपको अध्यात्म से संबंधित कुछ ऐसी रोचक तथ्य बताने वाला है जिनको जानकर आपको बहुत ही ज्यादा अच्छा लगेगा तो इस आर्टिकल को आप अंत तक जरूर पढ़ें। Spirituality Kya Hai पूरी जानकारी।

Spirituality kya hota hai
Spirituality Kaise Kare 

➣ Spirituality Kya Hai (Adhyatm Kya Hai ?)

वैसे स्पिरिचुअलिटी के बहुत सारे मतलब होते हैं लेकिन अगर मैं आपको कुछ आसान भाषा में समझाना चाहूं तो यह है कि आध्यात्मिक होने का मतलब है कि भौतिकता से परे जीवन का अनुभव करना जितने भी भौतिक वस्तु हैं उनको छोड़ने के बाद अपने जीवन का अनुभव प्राप्त कर पाना या फिर आप यह कह सकते हैं कि परमात्मा का आत्मा से मिलन , ईश्वर से मन से संबंध स्थापित करना होता है।

➣ भगवत गीता में भी लिखा गया है - किसी मनुष्य की अपनी आत्मा को अध्यात्म कहा जाता है तो इस तरीके से अध्यात्म वह चीज है जिसके माध्यम से आप ईश्वर से जुड़ सकते हैं या फिर ईश्वर के बारे में जान सकते हैं।

➣ अध्यात्म सब दो शब्दो से मिलकर बना है , अधि + आत्मा जिसका मतलब है जो आत्मा के आधिपत्य में रहता है

➣ अध्यात्म लोग कौन होते है ?

अब अगर मैं बात करूं की आध्यात्मिक लोग कौन होते हैं तो आपको आसानी से समझ में आई होगी ,  जैसा कि मैने आपको ऊपर ही बताया लेकिन अगर हम लोग जाने आसान भाषा में की अध्यात्म लोग कौन है तो ईश्वर को जो जान जाता है या फिर जो जानने की कोशिश करता है  वही आध्यात्मिक कहलाते हैं अगर आप ईश्वर को जान लेते हैं या फिर ईश्वर को जानने की कोशिश कर रहे हैं तो आप एक आध्यात्मिक कहलाएंगे।

अध्यात्म से जुड़ा Fact 

जब हम धार्मिक होते हैं तो केवल ईश्वर को मानते हैं लेकिन जब हम आध्यात्मिक होते हैं तो ईश्वर के बारे में जानने की कोशिश करते हैं या फिर उनके बारे में जानते हैं, और यही कारण है कि धर्म में अनुयायी होते हैं और अध्यात्म में साधक होते हैं।

➣ आध्यात्मिक ज्ञान कैसे मिलता है ?

अगर हम यह जाने की आध्यात्मिक ज्ञान कैसे मिलता है तो आपको इसे कोई भी सीखा नहीं सकता, यह केवल स्वयं के अनुभव से ही प्राप्त होता है , जब व्यक्ति ब्रह्मांड सिद्धांतों का अनुसरण करता है ,  मंत्रो का जाप करता है , ध्यान लगता है और गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करता है ,  इन सब प्रक्रियाओं से फिर उसे अध्यात्म ज्ञान  प्राप्त होता है।

➣ आध्यात्मिक गुण क्या है ?

अगर आप आध्यात्मिकता के बारे में अच्छे समझना चाहते हैं तो आपको अध्यात्मिक गुण के बारे में पता होना चाहिए नीचे मैंने आपको कुछ आध्यात्मिक गुणों के बारे में बताया है जिससे आप आध्यात्मिकता को और अच्छे से समझ सकते हो।

➣ सकारात्मक सोच :- आपके सामान्य जीवन में भी बहुत सारी चीज आसान हो जाती है , अगर आपकी सोच सकारात्मक हो जाती है। अगर आप सकारात्मक सोचते हैं तो आप अपने अध्यात्म जीवन को और भी अच्छा बना पाओगे और आध्यात्मिक जीवन जीने के लिए और आध्यात्मिकता को समझने के लिए आपका सकारात्मक होना बहुत ही ज्यादा आवश्यक है तो जो लोग आध्यात्म या फिर आध्यात्मिक से जुड़े होते हैं उनकी सोच हमेशा सकारात्मक ही होती है और यह उनके अंदर का  एक अच्छा गुण भी माना जाता है।

➣ आंतरिक शांति :- अध्यात्म से जुड़े रहने पर जो सबसे ज्यादा आपको फायदा होता है वह यह होता है कि आप हमेशा शांत रहना सीखोगे , आपके अंदर जो आंतरिक शांति है वह आपको प्राप्त होगी, आप अपने सामान्य जीवन में शांत महसूस करेंगे। आप एक अच्छा जीवन व्यतीत कर पाएंगे , आध्यात्मिकता से जो आपके अंदर की शांति है वह आपको मिलेगी  , तो अंदर की शांति आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है तो यह शांति आपको आध्यात्मिकता से ही मिल पाएगी।

➣ अहंकार रहित :- आप लोगों ने देखा होगा कि आपके जितने भी गुरु होंगे वे ज्यादातर अहंकार रहित होती है उनके पास किसी भी प्रकार का अहंकार नहीं होता है तो अगर आप भी एक अच्छे अध्यात्म जीवन को देखेंगे उनके अंदर अहंकार नहीं होता है वह अहंकार रहित होते हैं , अहंकार रहित होने से आंतरिक शांति और सद्भाव जैसे गुण आपके अंदर आते हैं।

➣ सद्भाव :-  सद्भाव एक ऐसा गुण है जो हर आध्यात्मिक के अंतर्गत आता है , हमेशा दूसरों के प्रति सद्भाव रखना। अगर आप दूसरे की प्रति सद्भाव रखेंगे तो आपकी जो प्रवृत्ति है वो बहुत ही अच्छी हों जायेगी ,तो आपको हमेशा अपने आसपास के लोगों के साथ सद्भाव और प्रेम व्यवहार बनाकर रखना चाहिए।

➣विनम्रता :-  विनम्रता एक ऐसा गुण है जो आपको आपके सामान्य जीवन और आध्यात्मिक जीवन दोनों जगह पर काफी ज्यादा ऊंचाइयों तक ले जा सकता है , तो आपके अंदर विनम्रता का गुण बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है अगर आप अध्यात्म से जुड़ना चाहते हैं।

➣ जिम्मेदारी :- जिम्मेदारी आपको सिखाती है कैसे आप अपने जीवन को सरल और आसान बना सकते हैं तो जिम्मेदारी के माध्यम से आप बहुत सारी नई चीजों को भी सिखाते हैं तो अगर आपको कोई भी जिम्मेदारी दी जाती है तो उसको आपको निभाना चाहिए उससे दूर नहीं भागना चाहिए इससे आपको कुछ ना कुछ सीखने को ही मिलेगा।

➣ करुणा :-  हमेशा आपको दूसरों के प्रति करुणा भाव रखना चाहिए चाहे कोई इंसान हो या फिर जानवर हो , आपको हमेशा करुणा भाव रखना चाहिए। इससे आपको और आपके स्वभाव में एक अलग स्वरूप देखने को मिलेगा।

➣न्याय :- हमेशा आपको न्याय के रास्ते पर चलना चाहिए किसी से भी झूठ नहीं बोलना चाहिए या फिर किसी भी झूठ को सपोर्ट नहीं करना चाहिए , आपको हमेशा सत्य और न्याय के पथ पर ही चलने की कोशिशकरते रहना चाहिए।

➣ आध्यात्मिक मंत्र कौन सा है ।

जैसा कि मैंने आपके ऊपर ही बताया कि अगर आप आध्यात्मिकता से जुड़े रहना चाहते हो तो आपको मंत्रो का जाप भी करना होता है तो अगर हम बात करें कि कौन सी मंत्र का जाप आपको करना चाहिए तो बहुत सारे मंत्र हैं सबके अलग-अलग महत्व है तो आप अपने हिसाब से अपने मंत्रो का चयन करके ध्यान लगाकर उनका जाप कर सकते हो जैसे उदाहरण के लिए आप समझ सकते हो कि आप ओम नमः शिवाय यानी कि मैं शिव की आराधना करता हूं , जैसे मंत्रो का प्रयोग करके आप साधना कर सकते हो।

➣ आध्यात्मिकता के फायदे 

Spirituality ke fayde
Spirituality के फायदे।

• मानसिक स्वास्थ में सुधार

 आज के समय में अगर कोई भी अध्यात्म से जुड़ रहा है तो उसके जुड़ने  के ज्यादातर कारण यह होते हैं कि वह मानसिक स्वास्थ्य में सुधार पाना चाहता है तो आध्यात्मिकता से जुड़ने से आपकी मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा आपको तनाव कम महसूस होगा आपका मन अंदर से भी शांत होगा , तो ऐसे में आपको तनाव से भी मुक्ति मिलती है तो अध्यात्म से आपकी मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होगा।

➣ शारीरिक स्वास्थ में सुधार

अगर आप आध्यात्मिकता से जुड़े हुए हैं तो आप योग और साधना से भी जुड़े रहेंगे और जिसके माध्यम से आपका शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा होगा , आपको तनाव का महसूस नहीं होगा, आप रोग ग्रस्त नहीं होंगे ,यह  रक्तचाप , हृदय गति और तनाव जैसे कई सारी चीजों में आपके फायदे करता है। आध्यात्मिक इस प्रकार से आपकी शारीरिक स्वास्थ्य को भी अच्छा रखने सहायता करता ।

➣ जीवन की गुणवत्ता में सुधार

आध्यात्मिकता से लोगों के मन में सकारात्मक आती है और वही अगर आप सकारात्मक लोगों के साथ अगर रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपके  सामान्य जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार देखने को मिलता है , इससे आप अपने जीवन में अधिक अर्थ और उद्देश्य को खोज पाते हैं , जिससे जीवन काफी ज्यादा उद्देश्य पूर्ण हो जाता है , और ऐसे लोग दूसरे लोगों के साथ भी ज्यादा जुड़ाव , सद्भाव और सकारात्मक भाव से रहते हैं।

➣ आत्मशांति 

आध्यात्मिकता से आत्म शांति की प्राप्ति होती है , आपको अंदरूनी खुशी मिलेगी , और आप आत्म संतुष्टि महसूस कर पाएंगे।

➣ साहस और आत्म विश्वास

आध्यात्मिकता से आपके अंदर साहस की वृद्धि होगी और आपके अंदर आत्मविश्वास भी आएगा इससे आप काफी ज्यादा अच्छा महसूस करेंगे तो आध्यात्मिकता से जुड़े रहने पर आपके अंदर साहस और आत्मविश्वास और इसके साथ आपका मनोबल भी काफी ज्यादा बढ़ता है। 

➣ सही गलत में पहचान

आज के समय में सही और गलत में पहचान करना ही सबसे ज्यादा मुश्किल हो गया है तो अगर आप आध्यात्मिकता से जुड़े हैं तो आप दोनों पहलुओं को समझ पाओगे और सही और गलत में पहचान कर पाओगे।

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Conclusion निष्कर्ष

उम्मीद हैं आपको Spirituality से जुड़ा यह आर्टिकल आपकों अच्छा लगा होगा , अगर आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो आप हमे कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं । और ऐसे ही आर्टिकल पढ़ने के लिए Fact Vatika को फॉलो जरूर करे ।

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